<p style="text-align: justify;">भारत से हर साल बड़ी तादात में स्टूडेंट्स बाहरी देशों में पढ़ने के लिए जाते हैं. इन छात्र-छात्राओं का लक्ष्य भारत के बाहर से उच्च शिक्षा प्राप्त करना होता है, जिसके लिए वह कनाडा, अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों की तरफ रुख करते हैं. विदेश में पढ़ते वक्त छात्रों को पढ़ाई के साथ-साथ खुद के विकास के लिए भी कई अवसर मिलते हैं.</p>
<p style="text-align: justify;">विदेशों में छात्रों को तमाम अवसर मिलते हैं. हालांकि विदेश पढ़ने जाने से पहले भारत के स्टूडेंट्स को कई एंट्रेंस एग्जाम देने की जरूरत होती है. जिनके जरिए उनकी स्किल, नॉलेज, स्ट्रेंथ को टेस्ट किया जाता है. आज हम आपको बताएंगे कि विदेश पढ़ाई करने जाने से पहले छात्र-छात्राओं को कौन सी परिक्षाएं देनी जरूरी है.</p>
<h3 style="text-align: justify;"><strong>TOEFL- टेस्ट ऑफ इंग्लिश एज ए फॉरेन लैंग्वेज</strong></h3>
<p style="text-align: justify;">अमेरिका पढ़ाई करने जाने से पहले छात्र को TOEFL एग्जाम देना जरूरी है. इससे छात्रों की इंग्लिश की जानकारी का आंकलन किया जाता है. इस एग्जाम को नॉर्थ अमेरिकी संस्थानों में वरीयता दी जाती है. यह परीक्षा पढ़ने, लिखने, बोलने और सुनने की समझ का आकलन करती है. जो अमेरिका या कनाडा में आगे की शिक्षा प्राप्त करने की इच्छा रखने वाले भारतीय छात्रों के लिए एक आवश्यक परीक्षा है. टीओईएफएल स्कोर परीक्षा परिणाम जारी होने की तिथि से दो साल के लिए मान्य होता है. इस एग्जाम को देने के लिए छात्र की उम्र 18 वर्ष से ज्यादा होनी चाहिए. साथ ही उन्हें 12वीं पास होना चाहिए.</p>
<h3 style="text-align: justify;"><strong>IELTS- इंटरनेशनल इंग्लिश लैंग्वेज टेस्टिंग सिस्टम</strong></h3>
<p style="text-align: justify;">जो छात्र-छात्राएं उन देशों से आते हैं जो नॉन-नेटिव इंग्लिश कंट्री से आते हैं उनके लिए IELTS परीक्षा देनी जरूरी है. इस एग्जाम के जरिए ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और न्यूजीलैंड जैसे देशों के संस्थानों में छात्रों को प्रवेश मिलता है. आईईएलटीएस का स्कोर दो साल तक मान्य रहता है.</p>
<h3 style="text-align: justify;"><strong>SAT- स्कॉलैस्टिक असेसमेंट टेस्ट </strong></h3>
<p style="text-align: justify;">स्कॉलैस्टिक असेसमेंट टेस्ट संयुक्त राज्य अमेरिका में कॉलेज प्रवेश के लिए जरूरी होता है. इस एग्जाम के जरिए छात्रों से गणित, पढ़ने और लिखने की क्षमताओं का परीक्षण करके कॉलेज के लिए उनकी तैयारी का आकलन किया जाता है.</p>
<h3 style="text-align: justify;"><strong>GRE- ग्रेजुएट रिकॉर्ड एग्जामिनेशन</strong></h3>
<p style="text-align: justify;">ग्रेजुएट रिकॉर्ड एग्जामिनेशन के जरिए स्टूडेंट्स को राइटिंग, मैथ्स और एनालिटिकल राइटिंग क्षमताओं का आकलन करता है. ये दुनिया भर में स्नातकोत्तर और बिजनेस स्कूल के इच्छुक छात्रों के लिए जरूरी है. खासकर जो छात्र अमेरिका से पोस्ट ग्रेजुएशन करना चाहते हैं वे इस एग्जाम में शामिल हो सकते हैं.</p>
<h3 style="text-align: justify;"><strong>GMAT- ग्रेजुएट मैनेजमेंट एडमिशन टेस्ट</strong></h3>
<p style="text-align: justify;">ग्रेजुएट मैनेजमेंट एडमिशन टेस्ट 114 से ज्यादा देशों के 21 हजार से अधिक विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में प्रवेश के लिए जरूरी है. ये एग्जाम बिजनेस से रिलेटेड कोर्स के लिए होती है. जिसकी वैलिडिटी पांच वर्ष तक रहती है.</p>
<h3 style="text-align: justify;"><strong>ACT- अमेरिकन कॉलेज टेस्ट</strong></h3>
<p style="text-align: justify;">अमेरिकन कॉलेज टेस्ट (ACT) का आयोजन संयुक्त राज्य अमेरिका में स्नातक प्रवेश के लिए जरूरी है.</p>
<h3 style="text-align: justify;"><strong>LSAT- लॉ स्कूल एडमिशन टेस्ट</strong></h3>
<p style="text-align: justify;">लॉ स्कूल एडमिशन टेस्ट (LSAT) उन छात्रों के लिए जरूरी है जो अमेरिका के कॉलेजों से मास्टर ऑफ लॉ की डिग्री हासिल करना चाहते हैं. ये परीक्षा संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में मान्य है.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>यह भी पढ़ें- <a title="Assistant Professor Jobs 2024: असिस्टेंट प्रोफेसर के बंपर पदों पर निकली वैकेंसी, इस दिन तक कर सकते हैं अप्लाई" href="https://www.abplive.com/photo-gallery/education/jobs-assistant-professor-recruitment-2024-apply-for-385-posts-last-date-16-april-2637546" target="_blank" rel="noopener">Assistant Professor Jobs 2024: असिस्टेंट प्रोफेसर के बंपर पदों पर निकली वैकेंसी, इस दिन तक कर सकते हैं अप्लाई</a></strong></p>