राजकुमार सिंह/वैशाली : मछली पालन किसानों के लिए हमेशा से फायदे का धंधा रहा है. मछली पालन के क्षेत्र में जब से नई तकनीक का समावेशन शुरू हुआ है तब से किसानों की आमदनी बढ़ने लगी है. मछली पालन के क्षेत्र में युवा भी अग्रसर हो रहे हैं. वैशाली जिला स्थित कन्हौली गांव के युवा किसान अभिषेक कुमार मछली पालकों के लिए नजीर बन गए हैं. मछली पालन से जुड़कर अच्छी कमाई कर ले रहे हैं.
इंटरनेट के जरिए मछली पालन का सीखा तकनीक
अभिषेक ने बताया कि पूरा परिवार खेती-बाड़ी से ही जुड़ा हुआ है. उन्होंने बताया कि बीएससी नेचुरल साइंस में डिग्री ली है. भारत सरकार के उपक्रम शिपिंग कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया में भी दो साल तक नौकरी की. काफी व्यस्त शेड्यूल रहने के चलते उबकर नौकरी छोड़ दी. इसके बाद 2015 में कुछ अलग करने की सोची. इंटरनेट के माध्यम से इसराइल, इंडोनेशिया, थाईलैंड अमेरिका में होने वाली मछली पालन की तकनीक को देखने के बाद इस धंधे से जोड़ने का प्लान बनाया.
नौकरी करते समय ही आया था ख्याल
अभिषेक ने बताया कि मोतीपुर मत्स्य अनुसंधान प्रशिक्षण केंद्र में इसकी ट्रेनिंग पूरी की और उसके बाद चार सीमेंट टैंक बनाया और मछली पालन की शुरुआत कर दी. अभिषेक ने बताया कि धीरे-धीरे इसको बढ़ाने लगे. फिलहाल सिंगी, रेहू, कातल सहित अन्य प्रजाति की मछलियों का पालन करना शुरू कर दिया. अभिषेक ने बताया कि शीपिंग कारपोरेशन ऑफ इंडिया में काम करने के दौरान हीं ख्याल आया था. यहां भी पानी में ही काम करना पड़ता था. यहीं से मछली पालन का आइडिया मिला था.
चार टैंक से सालाना 10 लाख की करते हैं कमाई
अभिषेक ने बताया कि प्रशिक्षण लेने के बाद चार टैंक में मछली पालन कर रहे हैं. मछली पालन करते चार साल बीत गया है. मछली पालन से जुड़े हर प्रकार की तकनीक से अवगत हो गए हैं. चार टैंक से ही सालाना 10 लाख का मुनाफा कमा लेते हैं. मछली पालन के क्षेत्र में और बेहतर काम करने के लिए योजना तैयार कर रहे हैं. ताकि इसको विस्तार देकर और अधिक मुनाफा कमाया जा सके.
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FIRST PUBLISHED : February 26, 2024, 09:46 IST