अमित कुमार/समस्तीपुर : अगर आप भी आगे बढ़ने का प्रयास करते हैं तो असफलता भी सफलता में बदल जाती है. बस आपका संकल्प मजबूत होना चाहिए. इस बात को सही साबित किया है सुदूर ग्रामीण क्षेत्र के इस युवक ने. यूट्यूब से मिले एक आइडिया ने किसान की किस्मत बदल दी. यूट्यूब पर बत्तख पालन का व्यवसाय देख इसको शुरू किया. रोजाना 3 से 4000 का फायदा होता है.
काजी मो. रोजरहा बत्तख फार्मिंग में अंडा के साथ बत्तख की भी बिक्री कर रहें हैं. खेसराहा गांव के रहने वाले काजी मोहम्मद रोजरहा ने वीडियो में दिए नम्बर पर सम्पर्क कर बत्तख पालन शुरू किया. आज वह न सिर्फ दो अन्य लोगों को रोजगार दे रहा है बल्कि ख़ुद भी आत्मनिर्भर बने हैं.
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2000 क्षमता वाला है फॉर्म
काजी मो.रोजरहा ने कहा किबत्तख पालन का बिजनेस वर्तमान समय में 2000 क्षमता वाली बत्तख पालन कर प्रति दिन 3 हजार से ₹4000 का मुनाफा कमाते हैं. समस्तीपुर जिला के विद्यापति नगर प्रखंड क्षेत्र के खेसराहा गांव में मेरा फॉर्म है. उन्होंने कहा कि यूट्यूब पर सर्च कर आज बड़े पैमाने पर बत्तख पालन का व्यवसाय किया है. इससे अच्छा मुनाफा भी कमा रहे हैं. यहां आम के आम गुठली का भी दाम मिल जा रहा है. जब तक बत्तख अंडा देती है, तब तक उसे फार्म में रखकर ससमय खाना पीना देते रहते हैं. बत्तख जब अंडा देना बंद कर देती है, तब उसे बिहार के अलावा अन्य राज्यों में 200 से ₹250 प्रति पीस के हिसाब से बिक्री कर दिया जाता है.
1200-1300 अंडा का रोज होता है उत्पादन
काजी मो. रोजरहा बताते हैं कि हमारे यहां प्रतिदिन 1200 से 1300 अंडा का भी उत्पादन होता है. जिसे प्रतिदिन 3 हजार से ₹4000 का खर्च काट कर मुनाफा भी कमा लेते हैं. वही अंडे की कीमत की बात करें तो 12 से ₹15 प्रति पीस के हिसाब से आसानी से बिक्री होती है. अंडा बिक्री में परेशानी होने के बाद चूजा भी यह तैयार कर बेच लेते हैं. उनका कहना है कि बत्तख का अंडा वैशाली, पटना और मुजफ्फरपुर जैसे विभिन्न जिलों में सप्लाई करते हैं, जिससे अच्छी- खासी हो कमाई भी हो जाती है.
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FIRST PUBLISHED : January 22, 2024, 19:44 IST