मां का इलाज कराने आए, पिता के कहने पर छोड़ दी दुबई की नौकरी, आज बने बिजनेसमैन

कहा जाता है कि जीवन में धैर्य और हिम्मत रखने से हर सपने साकार हो जाते हैं. इसका जीता जागता उदाहरण बलिया में देखने को मिला है. दरअसल, एक युवक अपने मां-बाप के लिए बड़ी से बड़ी नौकरी को पीछे छोड़ दिया. कैंसर से पीड़ित अपनी मां को बचाने में असफल इस युवक की स्थिति जरूर दयनीय हुई. लेकिन, अपनी पत्नी के साथ मिलकर आज बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए बड़ी दुकान संग्रिल (Sangrill) का मालिक बन गया. कभी परिवार के भरण पोषण के लिए दर-दर भटकता रहा ये युवा आज लगभग आधा दर्जन से अधिक लोगों के रोजगार का साधन बन गया है.

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