बेकार बोतल से आया आइडिया, CS की जॉब छोड़ शुरू किया बिजनेस, महिला की कमाई जान चौंक जाएंगे!

शिखा श्रेया/रांची. कई बार सड़क किनारे कचरे में बोतलें पड़ी रहती हैं. हम उनको अनदेखा कर आगे बढ़ जाते हैं. लेकिन, रांची की दिव्या जैन ने कचरे में पड़ी इन बोतलों को इग्नोर नहीं किया, बल्कि उन बोतलों को देखकर उन्हें जबरदस्त आइडिया आया और आज वह सालाना लाखों की कमाई कर रही हैं. कहती हैं अब काफी सुकून है.

दिव्या जैन ने Local 18 को बताया कि एक साल पहले उन्होंने कंपनी सेक्रेटरी (CS) की परीक्षा क्रैक की थी, जिससे घर में सभी लोग खुश थे. कहा, मैंने भी इसके लिए बहुत मेहनत की थी, पर कुछ महीने इंटर्नशिप करने के बाद ही मुझे ऐसा लगा कि मेरा पैशन पेंटिंग और डेकोरेशन है. इसी में मुझे अपना करियर बनाना चाहिए.

बोतल को देखकर आया आइडिया
दिव्या बताती हैं कि कहीं भी कुछ फालतू बोतल पड़ी दिखती थी तो मुझे लगता था कि इस बोतल को मैं पेंटिंग और सजावट से शानदार और खूबसूरत बना सकती हूं. फिर इसे घर के शोपीस के तौर पर या फिर इस पर कुछ सामान रखकर यूटिलाइज कर सकती हूं. हैंड प्रिंटिंग और नेचुरल मटेरियल सजावट से यह बोतल और भी शानदार दिखने लगती है.

एक साल पहले शुरू किया काम
आगे बताया 1 साल से मैं इन बोतल से शोपीस बनाने का काम कर रही हूं. इसके लिए मैं कई तरह के कलर पेंटिंग का इस्तेमाल करती हूं. इसके अलावा, बोतल को सजाने के लिए मोती, स्मॉल मिरर लाइट बल्ब, मिनी बल्ब, कलरफुल बल्ब जैसी चीजों का इस्तेमाल करती हूं, जिससे यह दिखने में काफी सुंदर व शानदार लगती है. पेंटिंग में हर तरह की फोटोज और फ्लावर बनाती हूं.

सास का रहा अहम योगदान
दिव्या बताती हैं कि मेरी सफलता में मेरी सास का अहम योगदान है. मैं अपने कामों में बहुत बिजी रहती थी तो सास ही पूरा घर संभालती थी. सिर्फ घर ही नहीं, बल्कि मेरे पति की भी पूरी देखभाल करती थीं. सास-ससुर और पति तीनों का बहुत साथ मिला. तभी आज अपने मनपसंद प्रोफेशन को चुनकर काम कर पा रही हूं.

हर महीने इतनी कमाई
आगे बताया कि मेरे पास बोतल 300 रुपए से शुरू हो जाती है. आप चाहें तो अपने अनुसार कस्टमाइज और डिजाइन भी करवा सकते हैं. साथ ही, आप फोन करके 9958021168 आर्डर भी कर सकते हैं. आज बेंगलुरु से दिल्ली तक के लोग मुझे ऑर्डर देते हैं. ऐसे में हर महीने 40-50 हजार तक की आमदनी हो जाती है.

मेडिटेशन से मिलती है शांति
दिव्या बताती हैं कि वह हर दिन मेडिटेशन करती हैं. इससे दिमाग को काफी शांति मिलती है. शांति के लिए ही मैंने कंपनी सेक्रेटरी की जॉब छोड़ी, क्योंकि मुझे आपाधापी वाली जिंदगी नहीं चाहिए थी. बल्कि, मुनाफा कम हो पर अपने घर पर रहकर परिवार वालों के बीच शांति से रह पाऊं. मुझे ऐसी जिंदगी चाहिए थी. मेडिटेशन से शांति ही नहीं, बल्कि अच्छे आइडिया भी दिमाग में आने लगे और चीजें होती चली गईं.

Tags: Local18, Ranchi news, Womens Success Story

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