देश भर में SUVs की डिमांड लगातार बढ़ती जा रही है। टाटा मोटर्स ने अनुमान लगाया है कि बढ़ती डिमांड के बावजूद भारत के पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में अगले फाइनेंशियल इयर में 5 प्रतिशत से कम वृद्धि होने की संभावना है। टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल के प्रबंध निदेशक शैलेश चंद्रा ने कहा कि भारत के घरेलू पैसेंजर व्हीकल इंडस्ट्री में अप्रैल 2024 से शुरू होने वाले अगले फाइनेंशियल इयर में से कम वृद्धि देखने की संभावना है। हालांकि, टाटा मोटर्स के अधिकारी का मानना है कि धीमी गति के बावजूद देश में इलेक्ट्रिक वाहन की बिक्री बढ़ेगी।
पैसेंजर वाहनों की बिक्री में वृद्धि
चंद्रा ने कहा कि फाइनेंशियल इयर 2023 में इंडस्ट्री में पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में 25 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जो इस फाइनेंशियल इयर में लगभग 8 प्रतिशत होने की उम्मीद है। टाटा मोटर्स के अधिकारी ने कहा कि इंडस्ट्री में फिलहाल हाई बेस इफेक्ट देखने को मिल रहा है। अगले फाइनेंशियल इयर में इस सेगमेंट के लिए थोड़ी चुनौतीपूर्ण स्थिति होगी। चंद्रा ने दावा किया है कि इस चुनौतीपूर्ण स्थिति के परिणामस्वरूप उद्योग अगले फाइनेंशियल इयर में 5 प्रतिशत से कम विकास दर हासिल करेगा।
वाहन महंगे होने की संभावना
पिछले कुछ महीनों में भारत में वाहन निर्माताओं ने अपने मॉडलों के लिए कीमतों में बढ़ोतरी की घोषणा की है। इसके पीछे कच्चे माल की बढ़ती लागत और महंगाई जैसे कारण हैं। चंद्रा ने संकेत दिया है कि अगले फाइनेंशियल इयर में इस तरह की और बढ़ोतरी होगी, जो पैसेंजर वाहनों के विकास के लिए चुनौतियां पैदा करेगा।
इलेक्ट्रिक वाहनों का बढ़ना जारी रहेगा
टाटा मोटर्स भारत के पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में इलेक्ट्रिक वाहनों का नेतृत्व कर रही है। कंपनी के पास 80 प्रतिशत से अधिक बाजार हिस्सेदारी है। चंद्रा ने कहा कि 2023 में इलेक्ट्रिक वाहन की बिक्री सालाना आधार पर 95-100 प्रतिशत तक बढ़ी है। टाटा मोटर्स का मानना है कि ईवी विकास की यह गति अगले वित्तीय वर्ष में भी जारी रहेगी।