पका ही नहीं कच्चा भी खाएं ये फल, गुणों का है खजाना, ब्लड प्रेशर रखे काबू में, पीरियड्स का दर्द भी हो कम, जानें 5 फायदे
Raw papaya Benefits: पका हुआ पपीता तो आप डेली खाते होंगे, क्योंकि पका पपीता पेट के लिए काफी हेल्दी होता है. लेकिन बहुत कम लोग ही हैं, जो कच्चा पपीता (Raw Papaya) का सेवन करते होंगे. जी हां, पपीता चाहे पका हो या कच्चा, हर तरह से शरीर को कई लाभ पहुंचाता है. कच्चे पपीते में पोटैशियम, फाइबर, फोलेट, विटामिन सी, ई, प्रोटीन, आयरन, एंटीऑक्सीडेंट्स, कैरोटेनॉएड्स, पॉलीफेनॉल्स, लाइकोपीन, अमीनो एसिड आदि भरपूर होते हैं. इसके सेवन से पेट साफ रहता है. पाचन में सुधार होता है. स्किन हेल्दी रहती है. तो चलिए जानते हैं कच्चा पपीता खाने के अन्य स्वास्थ्य लाभ के बारे में यहां.
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ऑर्गैनिकफैक्ट्स डॉट नेट में छपी एक खबर के अनुसार, कच्चे पपीते में विटामिन ई, सी और अमीनो एसिड की मात्रा भरपूर होती है, जो त्वचा को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी होते हैं. इस फल में एंटी-एजिंग प्रॉपर्टीज होती हैं, जो झुर्रियों, झाइयों, दाग-धब्बों, बढ़ती उम्र के लक्षण, इंफ्लेमेशन, इर्रिटेशन आदि समस्याओं को ठीक करते हैं. ऐसे में आप कच्चे पपीता का पेस्ट भी स्किन पर लगा सकते हैं. साथ ही इसकी सब्जी, सलाद, सूप आदि में डालकर सेवन कर सकते हैं.
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कच्चा पपीता फाइबर से भरपूर होता है. ऐसे में इसके नियमित सेवन से पाचन में सुधार होता है. बाउल मूवमेंट सही बना रहता है, जिससे कब्ज की समस्या नहीं होती है. पेट में पीएच बैलेंस को संतुलित बनाए रखता है. तो आप डाइट में कच्चा पपीता शामिल करके पेट और पाचन संबंधित समस्याओं से खुद को बचाए रख सकते हैं.
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क्या आप जानते हैं कि कच्चा पपीता में विटामिन सी भी भरपूर होता है. एक सिंगल सर्विंग इस फल का आपके डेली विटामिन सी के जरूरतों का 70 प्रतिशत की पूर्ति करता है. इससे शरीर में वाइट ब्लड सेल्स के प्रोडक्शन में इजाफा होता है. ये कोशिकाएं शरीर को बाहरी पैथोजेंस और इंफ्केशन के आक्रमण से बचाते हैं. रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है, जिससे आप रोगों से बचे रहते हैं.
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कच्चे पपीते में पोटैशियम की मात्रा काफी अधिक होती है. इसका मतलब ये है कि आप जब इस फल का सेवन करते हैं तो ब्लड प्रेशर हाई से नॉर्मल बना रहता है. पोटैशियम कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम पर पड़ने वाले दबाव को कम करने की क्षमता रखता है, जिससे हार्ट अटैक, स्ट्रोक, कोरोनरी हार्ट डिजीज के होने का रिस्क कम हो जाता है.
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हरे पपीते में महत्वपूर्ण मात्रा में फोलेट होता है. विटामिन बी जो शिशुओं में न्यूरल ट्यूब दोष को रोकने के लिए आवश्यक है. ऐसे में महिलाएं प्रेग्नेंसी के दौरान कच्चा पपीता सीमित मात्रा में खा सकती हैं. साथ ही मासिक धर्म में भी आप पेट दर्द, ऐंठन में आराम पाने के लिए इस फल का सेवन कर सकती हैं. इसमें मौजूद कुछ एक्टिव तत्व इंफ्लेमेशन, पीरियड्स संबंधित तमाम समस्याओं से छुटकारा दिलाता है.
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