मोहन ढाकले/बुरहानपुर: पढ़ाई के बाद भी जब नौकरी न मिले, तो ज़िंदगी थम सी जाती है. लेकिन बुरहानपुर की कई महिलाएं आज इस थमे हुए वक़्त को अपने हुनर से आगे बढ़ा रही हैं. वजह है – ग्रामीण स्तरीय रोजगार प्रशिक्षण संस्थान, जहां उन्हें बिलकुल मुफ्त सिलाई का प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
संस्थान द्वारा हर साल दर्जनों महिलाओं और युवाओं को सिलाई, ब्यूटी पार्लर, कम्प्यूटर जैसी स्किल्स में ट्रेनिंग दी जाती है. इस बार सिलाई कोर्स में 20 से अधिक महिलाओं ने दाखिला लिया है और उन्हें रहने, खाने, प्रशिक्षण की सभी सुविधाएं निशुल्क प्रदान की जा रही हैं.
“रोज़गार मेले से शुरू हुई मेरी यात्रा” – सपना तायडे की कहानी
अडगांव की सपना तायडे कहती हैं, “हम एक रोजगार मेले में गए थे, वहीं इस संस्था के बारे में जानकारी मिली. 30 दिन की ट्रेनिंग के दौरान हमनें पुरुषों और महिलाओं के कपड़े सिलना सीखा. अब घर बैठे ही रोजाना 300 से 400 रुपये तक की कमाई हो रही है.”
प्रशिक्षण प्राप्त कर रही सोनाली बताती हैं, “पहले हमें सिलाई की बिल्कुल जानकारी नहीं थी, लेकिन अब हम सूट, पायजामा, ब्लाउज़ सब कुछ सी सकते हैं. रोजगार मिल रहा है और सम्मान भी.”
पूरा साल चलती है ट्रेनिंग, दर्जनों कोर्स उपलब्ध
संस्थान में 12 महीने प्रशिक्षण चलता है, जिसमें लगभग 12 से अधिक कोर्स दिए जाते हैं. जैसे ही कोर्स की तारीख तय होती है और सीटें खाली होती हैं, उसी आधार पर बैच शुरू कर दिए जाते हैं. ट्रेनिंग मास्टर ट्रेनरों की निगरानी में दी जाती है.
अगर आप भी हैं बेरोजगार या गृहिणी – तो यह अवसर न गंवाएं
यदि आप घर बैठे कुछ सीखना और कमाना चाहती हैं, तो बुरहानपुर स्थित इस प्रशिक्षण केंद्र से जुड़ सकती हैं. आवेदन के लिए केवल आधार कार्ड और सामान्य जानकारी की आवश्यकता होती है.
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