नई दिल्ली. राजू भूपति हैदराबाद के निवासी हैं. उनके पास विदेश में अच्छे वेतन वाली नौकरी थी लेकिन उन्हें खुद का कुछ का काम करना था. अपने काम की यही भूख उन्हें वापस भारत ले आई. उन्होंने यहां 2013 और 2014 के बीच भारत के पहले क्लाउड किचनों में से एक- ‘हैलो करी’ की शुरुआत की. यहां कई ब्रांड हैलो करी से जुड़ी एक रसोई से काम कर सकते थे, जिससे यह भोजन ऑर्डर करने के लिए एक सामान्य संपर्क बिंदु बन गया. हैलो करी ने शानदार सफलता देखी.
हैलो करी की सफलता ने उन्हें खाद्य उद्योग में और अधिक करने के लिए प्रेरित किया और 2018 में ट्रू गुड की नींव रखने के लिए प्रेरित किया. उनकी कंपनी ने हेल्दी माने जाने वाले मोटे जाने वाले (ज्वार, बाजरा, जौ आदि) से स्नैक्स बनाना शुरू किया. कंपनी चिक्की और अन्य स्नैकिंग विकल्पों के माध्यम से किफायती मिलेट्स-आधारित पोषण प्रदान करने के मिशन के साथ काम करता है.
भोपाल यूनिवर्सिटी से की पढ़ाई
आंध्र प्रदेश में साधारण शुरुआत के साथ, राजू भूपति ने भोपाल विश्वविद्यालय से कार्बनिक रसायन विज्ञान में स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी की है. अपने करियर के शिखर पर, राजू भूपति ने अपनी बिजनेस यात्रा को आगे बढ़ाने का फैसला किया और वह भारत वापस आ गए. आज उनकी कंपनी खुदरा और संस्थागत चैनलों के माध्यम से प्रति माह 2 करोड़ से अधिक पौष्टिक स्नैक्स बेचती है. बता दें, ट्रू गुड को किफायती पोषण प्रदान करने में अग्रणी कार्यों के लिए कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) और भारतीय मिलेट्स अनुसंधान संस्थान (आईआईएमआर) द्वारा मान्यता दी गई है.
पैसों की बात
कंपनी ने अब तक ओएकेएस एसेट मैनेजमेंट कैपिटल और साशी रेड्डी और उनके परिवार से फंडिंग के रूप में 8.4 मिलियन डालर जुटाए हैं. ट्रू गुड ने पिछले वित्तीय वर्ष में 55 करोड़ रुपये की बिक्री के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया. राजू भूपति अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ हैदराबाद के HITEC सिटी में एक अपार्टमेंट में रहते हैं. वह अपना खाली समय हैदराबाद के बाहरी इलाके में अपने फार्म हाउस में भी बिताते हैं, जहां वह फार्म में अपनी 14 गायों और अन्य पशुओं की देखभाल करते हैं.
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FIRST PUBLISHED : February 21, 2024, 19:40 IST