दिल की किसी बीमारी और हार्ट बीट का रेट चेक करने के लिए डॉक्टर इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (ECG) करातेहैं. इस टेस्ट की मदद से हार्ट बीट प्रति मिनट (BPM) का पता चल जाता है. अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, अगर बीपीएम 60-80 तक होता है तो उसे नॉर्मल माना जाता है लेकिन अगर यह 100 से ज्यादा पहुंच जाए तो यह हार्ट की बीमारी के संकेत हो सकते हैं.

ईसीजी कैसे होता है: हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, ईसीजी हार्ट की गति को नापने का काम करता है. इसमें चेस्ट, हाथों और पैरों पर इलेक्ट्रोड लगाकर एक मशीन से जोड़कर धड़कन रिकॉर्ड की जाती है. इस टेस्ट से हार्ट बीट के रेट की सही जानकारी मिल जाती है. चेस्ट पेन और बीपी के मरीजों को ये टेस्ट कराने की सलाह दी जाती है.

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