<p style="text-align: justify;">एक रिपोर्ट के मुताबिक टैम्पोन में खतरनाक मेटल मिले हैं. जिसके लगातार इस्तेमाल करने से कई तरह की शारीरिक समस्याएं हो सकती है. ‘यूनिवर्सिटी ऑफ़ कैलिफ़ोर्निया’ में पब्लिश एक रिपोर्ट के मुताबिक 14 ब्रांडों के 30 टैम्पोन का टेस्ट किया गया. इन सभी टैम्पोन में 16 खतरनाक मेटल मिले हैं. यह मेटल हेल्थ के लिए काफी ज्यादा खतरनाक है. संयुक्त राज्य अमेरिका में पीरियड्स के दौरान लगभग 52 से 86% लोग टैम्पोन का इस्तेमाल किया जाता हैं.<br /> <br /><strong>टैम्पोन में है खतरनाक मेटल</strong></p>
<p style="text-align: justify;">टैम्पोन में खतरनाक मेटल है. पीरियड्स के दौरान इन खतरनाक मेटल के इस्तेमाल करने से महिलाओं में कई सारी बीमारियों का जोखिम बढ़ सकता है. टैम्पोन में आर्सेनिक, बेरियम, कैल्शियम, कैडमियम, कोबाल्ट, क्रोमियम, कॉपर, आयरन, मैंगनीज, मर्करी, निकल, लेड, सेलेनियम, स्ट्रोंटियम, वैनेडियम और जिंक जैसी मेटल पाई गईं हैं. अध्ययन में कहा गया है कि ये धातुएं योनि के ज्यादा संपर्क में रहने के कारण इससे कई सारे हेल्थ इश्यू हो सकते हैं. </p>
<p style="text-align: justify;"><strong>टैम्पोन में ढेर सारे कैमिकल्स होते हैं</strong></p>
<p style="text-align: justify;">इस रिसर्च की मुख्य लेखिका जेनी ए. शियरस्टन ने कहा,’सार्वजनिक स्वास्थ्य संबंधी चिंता की इस बड़ी संभावना के बावजूद टैम्पोन में ढेर सारे कैमिकल्स होते हैं. दरअसल, टैम्पोन ठीक है या नहीं और उसमें कई केमिकल्स की मात्रा कितनी है इस पर बहुत कम रिसर्च हुए है. टैम्पोन में मेटल कितनी मात्रा में है या नहीं उसे लेकर यह पहला रिसर्च है. </p>
<p style="text-align: justify;"><strong>टैम्पोन के कारण महिला को टॉक्सिक सिंड्रोम होने का खतरा बढ़ जाता है</strong></p>
<p style="text-align: justify;">इस रिसर्च मेें टैम्पोन में मिलने वाली सभी मेटल पर रिसर्च किए गए हैं. इसमें आर्सेनिक और सीसा जैसी जहरीली मेटल भी मिले हैं. इस रिसर्च के बाद उम्मीद है कि टैम्पोन बनाने वाली कंपनी समझेगी कि इस तरह के मेटल का इस्तेमाल करना काफी ज्यादा खतरनाक है. टैम्पोन के कारण महिला को टॉक्सिक सिंड्रोम झेलना पड़ सकता है. जोकि बाद में सेप्सिस में बदल जाता है. ‘वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन’ के मुताबिक सेप्सिस किसी भी महिला की जानलेवा स्थिति है. इससे इम्यून सिस्टम कमजोर होने के साथ-साथ इंफेक्शन का खतरा भी बढ़ जाता है. </p>
<p style="text-align: justify;">सैनिटरी नैपकिन्स और टैम्पोन के ज्यादा इस्तेमाल के कारण महिलाओं में इंफेक्शन और जलन की शिकायत होती है. यह परेशानी पीरियड्स खत्म होने के बाद होती है. इसके कारण प्राइवेट पार्ट के आसपास और खुजली होने लगती है. टैम्पॉन्स के कारण उस एरिया में एयर सर्कुलेशन बहुत कम हो जाता है. क्योंकि उसमें बैक्टीरिया पनपने लगता है. यही बैक्टिरिया पीरियड्स के कुछ दिनों बाद एलर्जी या इन्फेक्शन का कारण हो सकते हैं. अगर आपको भी ऐसी परेशानी होती है तो ऐसे प्रोडक्ट्स को अवॉइड करना चाहिए. </p>
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