जामुन का फल ही नहीं, इसका बीज भी बहुत कमाल होता है…फायदे जानेंगे तो रोज खाने लगेंगे!

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Jamun ke fayde: जामुन एक स्वादिष्ट मौसमी फल ही नहीं, बल्कि आयुर्वेद में मधुमेह और पाचन रोगों की प्राकृतिक दवा माना गया है. जामुन और उसके बीजों का सही मात्रा में सेवन शरीर को कई रोगों से दूर रखता है.

जामुन का फल ही नहीं, बीज भी बहुत कमाल होता है...फायदे एक नहीं अनेक हैं

जामुन के बीज के फायदे

हाइलाइट्स

  • जामुन और उसके बीज मधुमेह नियंत्रण में बेहद फायदेमंद माने जाते हैं.
  • काले नमक के साथ जामुन खाने से पाचन बेहतर होता है.
  • हर व्यक्ति की तासीर अलग, सेवन से पहले सलाह जरूरी होती है.
गर्मियों के मौसम में बाजारों में दिखने वाला बैंगनी रंग का फल जामुन सिर्फ स्वाद में ही नहीं, सेहत के लिहाज से भी बेहद खास है. आयुर्वेद में इसे एक शक्तिशाली औषधि के रूप में मान्यता दी गई है. जामुन में ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो शरीर को कई बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं. यह फल केवल स्वाद के लिए नहीं, बल्कि शरीर को संतुलित रखने और रोगों से लड़ने की शक्ति देने वाला है.

मधुमेह के रोगियों के लिए रामबाण
मधुमेह यानी शुगर के मरीजों के लिए जामुन किसी वरदान से कम नहीं है. इसके बीजों को सुखाकर बनाया गया चूर्ण रोज सुबह-शाम लेने से शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद मिलती है. इसके अंदर मौजूद प्राकृतिक रसायन रक्त में शर्करा के स्तर को कम करने में सहायक होते हैं. यही कारण है कि आयुर्वेद में इसे मधुमेह की प्राकृतिक दवा के रूप में इस्तेमाल किया जाता है.

काले नमक के साथ खाने से मिलते हैं और भी फायदे
जामुन को खाने का पारंपरिक तरीका है इसे काले नमक के साथ खाना. इससे पेट में गैस बनने की समस्या नहीं होती और पाचन तंत्र भी बेहतर रहता है. ये तरीका न सिर्फ स्वाद को बढ़ाता है बल्कि जामुन के गुणों को और प्रभावशाली बना देता है. खासकर गर्मियों में जब पाचन की समस्या आम हो जाती है, तब यह उपाय बेहद असरदार होता है.

बीजों से बनता है असरदार चूर्ण
आयुर्वेद में जामुन के बीजों का भी विशेष महत्व है. जामुन खाने के बाद उसके बीजों को फेंकना नहीं चाहिए, बल्कि उन्हें सुखाकर चूर्ण बना लेना चाहिए. यह चूर्ण नियमित रूप से सेवन करने पर मधुमेह, पाचन और पेशाब से जुड़ी समस्याओं में राहत देता है. लेकिन यह भी जरूरी है कि इसका उपयोग किसी जानकार की सलाह से ही किया जाए.

हर व्यक्ति की तासीर होती है अलग
आयुर्वेदिक चिकित्सक रोहितभाई खुटे बताते हैं कि जामुन भले ही औषधीय गुणों से भरपूर हो, लेकिन हर व्यक्ति के शरीर की प्रकृति अलग होती है. एक ही चीज किसी को फायदा पहुंचा सकती है, तो किसी और को नुकसान भी दे सकती है. इसलिए किसी भी आयुर्वेदिक औषधि का इस्तेमाल शुरू करने से पहले किसी अनुभवी वैद्य या डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है.

जामुन है मौसमी फल, पर फायदे सालभर के
हालांकि जामुन गर्मियों में कुछ ही हफ्तों के लिए आता है, लेकिन इसके बीजों का चूर्ण बनाकर इसे पूरे साल इस्तेमाल किया जा सकता है. इस तरह यह मौसमी फल भी सालभर शरीर की देखभाल में काम आता है. इसे रोजाना की जीवनशैली में शामिल कर के आप प्राकृतिक तरीके से सेहतमंद रह सकते हैं.

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