छपरा में अमलतास के औषधीय गुण और उपयोग – आयुर्वेदाचार्य के सुझाव

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छपरा शहर के डॉक्टर बांग्ला रोड में यह पेड़ सड़क के दोनों तरफ काफी संख्या में पाया जाता है. जो गर्मी के मौसम में पीला फूल से सड़क की रौनक बढ़ाने का काम करता है. कुछ लोग इसे जंगली फुल मानते हैं. लेकिन जो लोग पेड़ के संबंध में जान रहे हैं. वह व्यक्ति खूब इसका उपयोग करते हैं. पेट से लेकर चेहरे के लिए भी यह काफी लाभदायक है.

जिस पेड़ की जंगली समझते हैं वह फूल आपके चेहरे को बना देगा कोमल

छपरा के विभिन्न हिस्सों में वन विभाग और स्थानीय लोगों के द्वारा कई ऐसे पेड़ पौधे लगाए गए हैं. जो औषधि गुणों से भरा पड़ा है. इसके उपयोग से गंभीर बीमारी से निजात पा सकते हैं. यही नहीं इसके उपयोग से युवा की तरह आपका चेहरा भी चमकने लगेगा. तो आईए जानते हैं छपरा में यह पेड़ पौधा कहां पर मौजूद है, और इसका क्या उपयोग है.

यह जंगली फुल आपके चेहरे का बदल देगा तस्वीर

पौधों के विशेषग्य पशुराम बताते हैं कि कई जगहों पर अमलतास के फूल से गुलकंद तक बनाया जाता है. जिसे पान के साथ खाना सब पसंद करते हैं. पाचन की समस्या, गठिया रोग और चेहरे की खूबसूरती को निखारने के लिए अमलतास के फूलों का उपयोग बढ़ चढ़ कर किया जाता है. इस वृक्ष के हर एक भाग की खासियत जानने के लिए हमने 30 वर्षों से कार्यरत और वर्तमान में पतंजलि के आयुर्वेदाचार्य भुवनेश पांडे से बात की, जिन्होंने कई औषधीय गुण बताए हैं.

अमृत से कम नहीं हैं, पिले फूल वाले पौधे, कब्ज के करते हैं नाश

उन्होंने बताया कि कब्ज की समस्या होने पर एसिडिटी, भूख न लगना और अपच जैसी समस्या बनी रहती है. ऐसे में अमलतास के फूल के उपयोग से इन सभी समस्याओं से राहत पाई जा सकती है. आयुर्वेद के अनुसार, फूल को रातभर पानी में भीगने दें फिर सुबह में चीनी मिलाकर इसका पेस्ट बना लें और हल्की मात्रा में सेवन करें. कुछ ही बार के सेवन में आपको कब्ज की समस्या में राहत मिल जाएगी. इस पौधे का फूल ही नहीं पता छाल भी बीमारी में काम आता है.

जानकार लोग इस औषधि पेड़ का खूब करते हैं उपयोग

अनुभवियों के मानें तो, अमलतास के चार पत्ते का सुबह में खाली पेट और रात को भोजन से पहले सेवन करने से थायराइड की समस्या का बहुत हद तक समाधान हो जाता है. आप इसका सेवन लंबे समय तक कर सकते हैं. बेहतर नतीजे के लिए अनुभवी आयुर्वेदाचार्य की सलाह जरूर लें.

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