मुंबई. आज दिवंगत संगीतकार ओमकार प्रसाद नय्यर की बर्थ एनिवर्सरी है. उनका जन्म अविभाजित भारत के लाहौर में 26 जनवरी 1926 को हुआ था. बचपन से ही उन्हें म्यूजिक का शौक का था. म्यूजिक के प्रति ललक उन्हें लाहौर से मुंबई लेकर आई. ओपी नय्यर का लाहौर से मुंबई जाने का पहला सफर बेहद खास और यादगार रहा है. ओपी नय्यर की उम्र लगभग 20 की होगी. तब उन्होंने मुंबई का रुख किया और एक ट्रेन पकड़ी. वह ट्रेन के तीसरे दर्जे के कंपार्टमेंट में सफर कर रहे थे. उनकी हालात देखकर की लोगों को लगा कि वह काफी गरीब हैं.
ओपी नय्यर मुंबई जाने को लेकर एक्साइटेड थे. इस एक्साइटमेंट में उन्हें न तो अपने कपड़ों की परवाह थी और न ही अपने हालात की. वह एक कोने में बैठे हुए थे. तभी मुंबई जा रही एक परिवार की नजर उनपर पड़ी. नय्यर के कपड़े देखकर उन्होंने उन्हें गरीब और लाचार समझा. फिर उन्हें खाने के लिए ऑफर किया. नय्यर साब ने उन्हें मना नहीं किया बल्कि खाना लिया और खा लिया.
ओपी नय्यर खाना मिलने पर खुश थे. उन्हें यह भी पता था कि वह उनकी हालत को देखकर उन्हें खाना दिया गया है. वह खुश थे. उन्होंने खाना खाया. मुंबई पहुंचने से पहले उन्होंने एक कागज का टुकड़ा निकाला और उस पर अपना नाम- ओमकार प्रसाद नय्यर लिखा. यह कागज का टुकड़ा उस फैमिली को पकड़ा दिया और कहा कि कभी मुंबई आना तो बताना. मैं एक दिन बड़ा आदमी बनूंगा.
ऐसा हुआ भी. ओपी नय्यर मुंबई पहुंचे. उन्होंने साल 1949 में आई फिल्म कनीज में बैकग्राउंड म्यूजिक दिया. वह हिंदी सिनेमा के पहले म्यूजिक डायरेक्टर बने. उन्होंने 1952 मे ‘छम छमा छम’ और ‘आसमान’ का म्यूजिक डायरेक्ट किया. इसके बाद 1953 में आई गुरु दत्त स्टारर ‘बाज’ का म्यूजिक दिया. गुरु दत्त उनके म्यूजिक से काफी प्रभावित हुए और अपनी फिल्मों- ‘आर पार’, ‘मि. एंड मिसेज 55’ के लिए म्यूजिक कंपोज करवाया.
ओपी नय्यर ने शमशाद बेगम, गीता दत्त और मोम्मद रफी के साथ काम किया. ओपी नय्यर ने 3 दशक से लंबे समय तक बॉलीवुड फिल्मों के लिए म्यूजिक कंपोज किया. 70-80 के दशक में वह बॉलीवुड के सबसे महंगे म्यूजिक डायरेक्टर बने. रंगोली (दूरदर्शन) के मुताबिक, ओपी नय्यर उस जमाने में 1 लाख रुपए फीस लेते थे. किसी फिल्म में उनके म्युजिक देने का मतलब ब्लॉकबस्टर माना जाता था.
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Tags: Birth anniversary, Singer
FIRST PUBLISHED : January 16, 2024, 12:45 IST