अम्मा ने बताया कि कभी गरीबी के साए में जीवन जीने को मजबूर थी और सालों की मेहनत का फल है कि यहां 8 से 10 अन्य महिलाएं यहां काम करती हैं. बच्चों की एक सलाह ने किस्मत बदलकर रख दिया. अम्मा के पराठे का लोग दीवाने हैं. इससे होने वाली कमाई से अम्मा ने अपना घर भी बना लिया है और शहर में जमीन भी खरीद ली है.