मारुति सुजुकी इंडिया (Maruti Suzuki India) ने अपनी मानेसर प्लांट (Manesar Plant) में एक अलग व्हीकल असेंबली लाइन शुरू की है। इसे मानेसर में तीन मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के मौजूदा प्लांट-A में जोड़ा गया है। न्यू असेंबली लाइन में हर साल 1 लाख यूनिट बनाने की क्षमता है। मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) वेटिंग पीरियड को कम करने के लिए उत्पादन क्षमता को बढ़ाने का प्रयास कर रही है। इस प्लांट में कुल उत्पादन अब 9 लाख यूनिट प्रति वर्ष होगा। आइए इसकी डिटेल्स जानते हैं।
इस अपडेट के साथ इस प्लांट की कुल मैन्युफैक्चरिंग क्षमता अब प्रति वर्ष 9 लाख वाहन हो गई है। अर्टिगा इस नई असेंबली लाइन से निकलने वाली पहली यूनिट थी। प्लांट ने अपना पहला माइलस्टोन नवंबर 2007 में हासिल किया था, जब इसने कुल 1 लाख कारों का उत्पादन किया था। फरवरी 2024 में इस प्लांट ने 95 लाख कारों का उत्पादन कर एक नया माइलस्टोन हासिल किया था।
प्लांट में होता है किन कारों का प्रोडक्शन?
इस प्लांट में मैन्युफैक्चर होने वाले मॉडलों की बात करें तो इस प्लांट में वैगनआर, S-प्रेसो, सेलेरियो, डिजायर, सियाज, ब्रेजा, अर्टिगा और XL6 समेत कई कारों का उत्पादन किया जाता है।
दोगुना हो जाएगा कारों का उत्पादन
नई असेंबली लाइन ग्राहकों के लिए खुशी का कारण है, क्योंकि इस कदम के परिणामस्वरूप इसकी लोकप्रिय कारों के लिए वेटिंग पीरियड कम हो जाएगा। बढ़ती डिमांड को पूरा करने के लिए ऑटोमेकर ने अगले 7 से 8 सालों की अवधि में अपनी उत्पादन क्षमता को लगभग दोगुना कर 4 मिलियन यूनिट प्रति वर्ष करने की योजना बनाई है।