क्‍लर्क के बेटे ने दान किए 5000 करोड़, पिता ने नौकरी छोड़ शुरू किया था बिजनेस, आज है 1.60 लाख करोड़ की कंपनी

हाइलाइट्स

यूएन मेहता ने सरकारी नौकरी छोड़कर साल 1959 में टोरंट ग्रुप बनाया.
आज यह फार्मा सेक्‍टर की दिग्‍गज कंपनियों में शुमार हो चुकी है.
इससे पहले वह एक स्विस फार्मा कंपनी में बतौर सेल्‍समैन काम करते थे.

नई दिल्‍ली. सफलता की यह कहानी (Success Story) एक ऐसे परिवार की है, जहां संघर्ष और जज्‍बा पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ाया जा रहा है. इस सफल कहानी के संघर्षों की शुरुआत उत्‍तमभाई नत्‍थालाल मेहता से हुई. उन्‍हें आजादी के बाद सरकारी दफ्तर में क्‍लर्क की नौकरी मिल गई और परिवार का खर्चा चलने लगा. लेकिन, उनके सपने बड़े थे और इसे पूरा करने के लिए सरकारी नौकरी छोड़ एक विदेशी दवा कंपनी में सेल्‍समैन का काम करने लगे. यहीं से शुरू हुआ कारोबारी सफर. उन्‍होंने एक दवा कंपनी की नींव रखी, जो आज 1.60 लाख करोड़ के मार्केट कैप वाला कारोबार बन चुका है. हाल में उनके बेटों ने 5,000 करोड़ रुपये दान देने का ऐलान किया है.

दरअसल, यूएन मेहता ने सरकारी नौकरी छोड़कर साल 1959 में टोरंट ग्रुप (Torrent Group) की नींव रखी. आज यह फार्मा सेक्‍टर की दिग्‍गज कंपनियों में शुमार हो चुकी है. इतना ही नहीं इस समूह का कारोबार अब एनर्जी सेक्‍टर में भी फैलता जा रहा है. फिलहाल कंपनी का कार्यभार यूएन मेहता के दोनों बेटे समीर मेहता और सुधीर मेहता देख रहे हैं. उन्‍होंने हाल में ही यूएनएम फाउंडेशन के 5,000 करोड़ रुपये का दान करने का ऐलान किया है.

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देश के अमीरों में है नाम
साल 2023 में आई एक रिपोर्ट में दोनों भाइयों की नेट वर्थ 7.2 अरब डॉलर (करीब 60 हजार करोड़ रुपये) आंकी गई है. उनका नाम देश के सबसे अमीर लोगों की लिस्‍ट में भी शामिल है. दोनों भाइयों ने यह रकम अगले 5 साल में तमाम सामाजिक कार्यों जैसे हेल्‍थकेयर, एजुकेशन, इकोलॉजी और आर्ट्स पर खर्च किया जाएगा.

किसके पास कौन सा बिजनेस
दोनों मेहता भाई अलग-अलग बिजनेस देखते हैं. टोरंटो समूह वर्तमान में फार्मा के साथ-साथ एनर्जी सेक्‍टर में भी बड़ा नाम बन चुका है. टोरंटो फार्मा और टोरंटो एनर्जी दोनों ही कंपनियां बाजार में लिस्‍ट हो चुकी हैं. 1 अप्रैल, 2024 तक टोरंटो फार्मा का मार्केट कैप करीब 90 हजार करोड़ रुपये रहा, जबकि टोरंटो पावर आज 68 हजार करोड़ रुपये की कंपनी बन चुकी है. समीर मेहता फिलहाल फर्मा बिजनेस को देख रहे हैं, जबकि सुधीर मेहता के पुत्र जिनाल पावर बिजनेस को संभाल रहे हैं.

स्विस कंपनी में सेल्‍समैन थे यूएन मेहता
टोरंट समूह की नींव रखने वाले यूएन मेहता ने आजादी के बाद यूरोप की बड़ी फार्मा कंपनी सैंडोज (Sandoz) में बतौर सेल्‍समैन भी काम किया. समूह ने पहले फार्मा बिजनेस में आज आजमाया और फिर एनर्जी सेक्‍टर का रुख किया. आज टोरंट पावर देश के करीब 38 लाख कस्‍टमर को बिजली की सप्‍लाई करती है. कंपनी ने नेचुरल गैस स्‍टेशन लगाने के लिए करीब 11 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया है.

Tags: Business news in hindi, Success Story, Successful business leaders, Torrent Power Company

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