क्यों धड़ाधड़ बिक रही ये डॉल? पहले खरीदने के चक्कर में लड़ रहे ग्राहक, बनाने वाले ने कमा लिए अरबों रुपये

Labubu doll: बचपन की यादों में कई बार हम अपने खिलौनों को सिर्फ एक चीज़ नहीं, बल्कि एक दोस्त की तरह देखते हैं. एक ऐसा दोस्त जो हमारा साथ देता है, हमारी हर बात सुनता है और काल्पनिक दुनिया में हमारे साथ चलता है. अब सोचिए, अगर कोई एक खिलौना आज की दुनिया में करोड़ों लोगों का दिल जीत ले, वह उनके लिए स्टाइल स्टेटमेंट बन जाए, और उसकी वजह से किसी को अरबों की कमाई हो जाए… तो क्या आप चौंक नहीं जाएंगे? कुछ ऐसा ही हुआ है चीन की मशहूर कंपनी पॉप मार्ट के बनाए गए छोटे, लेकिन अनोखे ‘लाबुबू’ डॉल के साथ, जो आजकल दुनियाभर में धूम मचा रही है.

यह गुड़िया कोई आम गुड़िया नहीं है. इसकी छोटी-छोटी आंखें, शरारती मुस्कान और ग्रीमलिन जैसे चेहरे ने लोगों को इस कदर दीवाना बना दिया है कि कई देशों में दुकानों पर भीड़ लग गई. यहां तक कि इसे पाने के लिए लड़ाई-झगड़े तक हो रहे हैं. लाबुबू डॉल्स को आज का फैशन एक्सेसरी भी माना जा रहा है. ब्लैकपिंक की लिसा, रिहाना, सिंगापुर की सोशलाइट जेमी चुआ और भारत की अनन्या पांडे जैसी सेलेब्रिटीज भी इन्हें अपने बैग्स पर लगाए घूम रही हैं.

इतनी जबरदस्त मांग को देखकर हाल ही में ब्रिटेन में इन डॉल्स को खरीदने के लिए ग्राहकों में लड़ाई होने लगी, जिसे देखते हुए इस डॉल की सेल ही रोकनी पड़ गई. बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, यह कदम दुकानदारों और ग्राहकों की सुरक्षा को देखते हुए उठाया गया.

सीईओ ने बना ली अरबों की दौलत

अब बात करते हैं उस इंसान की, जिसने इन डॉल्स को बनाया और अपने दम पर अरबों की दौलत कमा ली. वह हैं वांग निंग (Wang Ning). वांग निंग पॉप मार्ट इंटरनेशनल ग्रुप के चेयरमैन और सीईओ हैं. वांग निंग की कंपनी की लोकप्रियता अमेरिका में इतनी तेजी से बढ़ी कि एक ही दिन में उनकी संपत्ति 1.6 अरब डॉलर (लगभग 13 हजार करोड़ रुपये) बढ़ गई. पॉप मार्ट की मोबाइल ऐप अमेरिका में सबसे ज़्यादा डाउनलोड की जाने वाली ऐप बन गई है.

सब जानते हैं कि चीन और अमेरिका के बीच व्यापारिक तनाव की स्थिति बनी हुई है. बावजूद इसके, अमेरिका में लोग घंटों तक लाइन में लगकर लाबुबू डॉल खरीदने पहुंचे. यह बताता है कि लाबुबू केवल एक खिलौना नहीं, बल्कि एक इमोशनल कनेक्शन बन चुका है. फोर्ब्स के मुताबिक, वांग निंग की कुल संपत्ति अब करीब 18.7 अरब डॉलर है.

वांग निंग की कहानी भी काफी प्रेरणादायक है. उनका जन्म 1987 में चीन के हेनान प्रांत में हुआ था. 2009 में उन्होंने झेंगझोउ यूनिवर्सिटी से विज्ञापन की पढ़ाई की. 2010 में उन्होंने पॉप मार्ट की शुरुआत की, जिसमें वह छोटे-छोटे खिलौने ‘ब्लाइंड बॉक्स’ के रूप में बेचते थे. ये ब्लाइंड बॉक्स इस तरह होते हैं कि ग्राहक को नहीं पता होता कि उसमें कौन-सा खिलौना मिलेगा, जिससे रोमांच बना रहता है और लोग बार-बार इन्हें खरीदते हैं, ताकि पूरी कलेक्शन मिल सके. आज पॉप मार्ट और लाबुबू डॉल्स न सिर्फ एक खिलौने का नाम है, बल्कि ट्रेंड बन चुके हैं.

.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *