क्या कोलेस्ट्रॉल ज्यादा होने पर जिम जाने से हो जाएगा हार्ट अटैक, क्या है इसकी सच्चाई, कार्डियोलॉजिस्ट से जान लें जरूरी बात

Heart Attack and High Cholesterol: आए दिन कई लोगों के जिम के दौरान मौत की खबरें आई हैं. लोग जिम में बॉडी बनाने के लिए घंटों मेहनत करते हैं. खासकर शहरी युवा जिम के पीछे दीवाना बना हुआ है. आमतौर पर यह माना जाता है कि हार्ट अटैक जैसी घटना युवाओं में नहीं होती है लेकिन अनहेल्दी लाइफस्टाइल ने इस बात को झूठ साबित कर दिया है. अब युवा भी हार्ट अटैक के चपेट में आ रहे हैं. इसलिए यह जानना जरूरी है कि जिम में युवा हार्ट अटैक के क्यों शिकार हो रहे हैं. हालांकि जिम में अचानक हार्ट अटैक के कई कारण हो सकते हैं लेकिन क्या हाई कोलेस्ट्रॉल इसके लिए जिम्मेदार हो सकता है. इस बात को जानने के लिए हमने फोर्टिस अस्पताल, शालीमार बाग, नई दिल्ली में कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट के हेड डॉ. नित्यानंद त्रिपाठी से बात की.

अनकस्टम्ड एक्सरसाइज नहीं करना चाहिए
डॉ. नित्यानंद त्रिपाठी ने कहा कि जिम के दौरान हार्ट अटैक किस वजह से आई यह तो जांच के बाद पता चलेगा लेकिन यदि आप जिम में अनकस्टम्ड वर्क आउट करते हैं, यानी बहुत तेजी से हार्ड एक्सरसाइज करते हैं तो यह हार्ट अटैक की वजह हो सकती है. इसलिए यदि आप जिम जाते हैं तो बहुत मेहनत वाली एक्सरसाइज जाते ही शुरू न करें. धीरे-धीरे हल्की एक्सरसाइज करें और इसे 10-15 दिनों तक आराम-आराम कर लोड बढ़ाएं. जहां तक हाई कोलेस्ट्रॉल की वजह है तो यह हार्ट अटैक हो सकता है लेकिन इसमें हमें देखना होगा कि हाई कोलेस्ट्रॉल कितना है. सामान्य तौर पर टोटल कोलेस्ट्रॉल 200 से कम होना चाहिए. अगर 240 से ज्यादा है तो यह हार्ट अटैक को जन्म दे सकता है. इसमें हमें यह देखना होता है एलडीएल यानी लो डेंसिटी लाइपोप्रोटीन कितनी है. यह 100 से नीचे होना चाहिए. अगर इससे ज्यादा है तो हमें कई और जांच कराने की जरूरत होती है. इसके बाद यह तय करना होता है कि वह व्यक्ति जिम में हार्ड एक्सरसाइज करने के लायक है या नहीं.

टेस्ट के बाद पता चलेगा

डॉ. नित्यानंद त्रिपाठी ने बताया कि आप जिम में हार्ड एक्सरसाइज कर सकते हैं या नहीं इसके लिए पहले लिपिड प्रोफाइल की जांच की जाती है. अगर यह सामान्य से ज्यादा है तो इसके बाद ईसीजी, इको टेस्ट आदि किया जाता है. जिम में आपका हार्ट कठिन एक्सरसाइज करने के लिए सक्षम है या नहीं इसके लिए टीएमटी टेस्ट यानी ट्रेडमील टेस्ट किया जाता है. ट्रेडमील टेस्ट से यह पता चलता है कि आप जिम में एक्सरसाइज कर सकते हैं या नहीं. टीएमटी में मुख्य रूप से ब्लड प्रेशर और दौड़ते समय ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट कितना रहता है इसकी जांच की जाती है. इसलिए यदि हाई कोलेस्ट्रॉल है तो पहले डॉक्टर से संपर्क कर लें उसके बाद ही उनकी सलाह पर जिम में हार्ड एक्सरसाइज करें. कई टेस्ट से पता चलता है कि आप जिम में हार्ड एक्सरसाइज कर सकते हैं या नहीं.

टीएमटी से पता चलेगा जिम के काबिल हैं या नहीं
डॉ. नित्यानंद त्रिपाठी ने बताया कि एक्सरसाइज के दौरान टारगेट हार्ट रेट 220 माइनस (-) उम्र का 85 प्रतिशत है. यह एक्सरसाइज के दौरान सेफर लिमिट है. अगर ट्रेड मील पर रनिंग करते समय 220 माइनस (-) उम्र और इसका 85 प्रतिशत तक रिजल्ट आता है तो एकदम शेफ है. लेकिन इससे ज्यादा आता है तो आपको जिम में संभल कर वर्क आउट करने की जरूरत है. इसे इस तरह भी समझा जा सकता है कि मान लीजिए आपकी उम्र 30 साल है तो उसके शेफ हार्ट रेट होगा 220-30. यानी 190. अब 190 का 85 प्रतिशत हार्ट रेट यानी 161.5 तक हार्ट रेट है तो यह सुरक्षित है. यानी एक्सरसाइज के दौरान यदि 30 साल के व्यक्ति का हार्ट रेट 161 तक पहुंच जाता है ज्यादा खतरा नहीं है. अगर इससे ज्यादा हो जाता है तो पहले एक-दो महीना धीरे-धीरे एक्सरसाइज करें और इसका लोड बढ़ाएं. अचानक कठिन मेहनत वाली एक्सरसाइज न करें. धीरे-धीरे एक्सरसाइज करें.

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Tags: Health, Health tips, Heart attack, Lifestyle

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