क्या काजल लगाने से बच्चे की आंखें बड़ी होती हैं? हकीकत या सिर्फ मिथ्या, जानिए क्या कहते हैं बच्चों के डॉक्टर

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Kajal In Children Eyes: अक्सर देखने में आता है कि माताएं छोटे बच्चों की आंखों में काजल लगाती हैं. कई लोग बच्चों की आंखों में काजल इसलिए लगाते हैं कि उसकी आंखें बड़ी और सुंदर बनती हैं. लेकिन, क्या सच में ऐसा होत…और पढ़ें

क्या सच में काजल लगाने से बच्चे की आंखें बड़ी होती हैं? डॉक्टर से जानिए.

हाइलाइट्स

  • काजल लगाने से बच्चों की आंखें बड़ी होतीं हैं, इस बात में कितनी सच्चाई.
  • काजल लगाने से बच्चों की आंखों में जलन और संक्रमण का जोखिम बढ़ता है.
  • न्यू बॉर्न बेबी की त्वचा पर अनावश्यक ब्यूटी प्रोडक्ट्स अप्लाई करने से बचें.

Kajal In Children Eyes: बच्चे के अच्छे स्वास्थ्य के लिए मां-बाप क्या-क्या नहीं करते हैं. मां बच्चे की तेल मालिश के साथ-साथ आंखों में काजल लगाती हैं. अक्सर देखने में आता है कि छोटे बच्चों की आंखों में मोटा-मोटा काजल लगा दिया जाता है. बच्चों की आंखों में काजल लगाने की परंपरा पुरानी है. कई लोग बच्चों की आंखों में काजल इसलिए लगाते हैं कि उसकी आंखें बड़ी और सुंदर बनती हैं. वहीं, कुछ महिलाएं नजर से बचाने के लिए भी काजल का टीका लगाती हैं. लेकिन, क्या सच में ऐसा होता भी है या सिर्फ मिथ्या? बच्चों की आंखों में काजल लगाना सही? इस बारे में News18 को बता रही हैं राजकीय मेडिकल कॉलेज कन्नौज की बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रियंका मौर्य-

आंखों में काजल लगाने पर क्या बोलीं डॉक्टर

हमारी आंखों के ऊपरी हिस्से में लेक्रइमल ग्लैंड यानी एक ग्रंथि होती है, जिससे आंसू बनते हैं. जब पलक झपकती है तो आंसू कार्निया में फैल जाते हैं और नलिकाओं ‘Tear ducts’ (जो आंखों के कोने में मौजूद होती हैं) के द्वारा गुजरते हैं. आंसू हमारी आंखों को ड्राईनेस, गंदगी, धूल, जैसी चीजों से बचाकर हेल्दी रखने में हेल्प करते हैं. ऐसी स्थिति में जब आंख में काजल लगाते है तो आंसू की नली जाम होने की खतरा बढ़ सकता है.

जानें काजल से बच्चों की आंखों को नुकसान

डॉ. प्रियंका मौर्य कहती हैं कि, काजल लगाने से बच्चों की आंखें बड़ी हो जाती हैं, यह सिर्फ एक मिथ्या है. बड़े की आंखें बड़ी या सुंदर होना ये जेनेटिक्स है. हां, बच्चों की आंखों में काजल लगाने के नुकसान जरूर हैं. बता दें कि, काजल लगाने से बच्चों की आंखों में जलन, लालपन और पानी आ सकता है. दरअसल, बाजार में बिकने वाले काजल, खासकर लोहे की डिबिया (कजरौटा) में रखे काजल, हानिकारक हो सकते हैं. कई कारणों से ये धूल और बैक्टीरिया के संपर्क में आते हैं.

आंखों में संक्रमण का जोखिम

एक्सपर्ट के मुताबिक, काजल काफी चिकना होता है. इस वजह से जब आंखों में काजल लगाया जाता है तो धूल-मिट्टी चिपक सकती है. ऐसा होने से आंखों में संक्रमण होने बैक्टीरिया बच्चे के संपर्क में आ सकते हैं.

एक्सपर्ट एडवाइज

डॉ. प्रियंका बताती हैं कि, नवजात शिशुओं की आंखों से लेकर त्वचा तक काफी सेंसिटिव होती है, इसलिए न्यू बॉर्न बेबी को काजल लगाने से खासतौर पर बचना चाहिए. दरअसल, इसमें मौजूद केमिकल आदि की वजह से आंखों में संक्रमण हो सकता है. इसके अलावा, न्यू बॉर्न बेबी की त्वचा पर किसी भी तरह के अनावश्यक ब्यूटी प्रोडक्ट्स अप्लाई नहीं करने चाहिए.

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काजल लगाने से बच्चे की आंखें बड़ी होती हैं? हकीकत या मिथ्या, जानिए सच्चाई

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