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अमेठी की रिंकी सिंह ने संघर्षों के बावजूद कोल्ड प्रेशर सरसों तेल उत्पादन से आत्मनिर्भरता हासिल की. अडानी फाउंडेशन की मदद और स्वयं सहायता समूह से जुड़कर उन्होंने न सिर्फ खुद को, बल्कि कई महिलाओं को रोजगार दिया.
हाइलाइट्स
- रिंकी सिंह ने कोल्ड प्रेशर सरसों तेल उत्पादन से आत्मनिर्भरता हासिल की.
- अडानी फाउंडेशन की मदद से रिंकी ने व्यवसाय शुरू किया.
- रिंकी ने 10 महिलाओं को रोजगार देकर आत्मनिर्भर बनाया.
अमेठी- जीवन में जब कठिनाइयां आती हैं, तो कुछ लोग हार मान लेते हैं जबकि कुछ लोग उन मुश्किलों का डटकर सामना कर मिसाल बन जाते हैं. अमेठी जिले की रिंकी सिंह भी उन्हीं लोगों में से एक हैं. कभी घर की दहलीज पार करना भी जिनके लिए कठिन था, आज वही महिला न केवल खुद आत्मनिर्भर बनी हैं बल्कि दूसरी महिलाओं को भी रोजगार देकर उनकी जिंदगी संवार रही हैं.
गौरीगंज तहसील की रहने वाली रिंकी सिंह ने कोल्ड प्रेशर सरसों के तेल का उत्पादन शुरू किया. यह तेल न सिर्फ बाजार से सस्ता है, बल्कि गुणवत्ता में भी उत्कृष्ट है. रिंकी सिंह और उनके पति मिलकर इस कार्य को आगे बढ़ा रहे हैं. उन्होंने अपने साथ 10 अन्य महिलाओं को जोड़ा है, जिन्हें रोजगार देकर वे आत्मनिर्भर बना रही हैं.
समूह में जुड़ते ही बदली किस्मत
रिंकी बताती हैं कि पढ़ाई के बावजूद वे कुछ करने में असमर्थ थी, लेकिन स्वयं सहायता समूह से जुड़ने के बाद उनके जीवन की दिशा ही बदल गई. आज वे न केवल सरसों के तेल बल्कि उसकी खली (बची हुई सामग्री) को भी बेचकर सालभर में लाखों रुपये की कमाई कर रही हैं. उनके अनुसार, ‘हर महिला को आत्मनिर्भर बनना चाहिए, क्योंकि बिना आय के जीवन हमेशा मुश्किल होता है.’
अडानी फाउंडेशन की मदद बनी प्रेरणा का स्रोत
रिंकी सिंह को सरसों तेल की कोल्ड प्रेशर मशीन अदानी फाउंडेशन की ओर से मुफ्त में मिली, जिसकी कीमत लाखों में है. इसी सहायता से उन्होंने बिना किसी प्रारंभिक लागत के अपना व्यवसाय शुरू किया. यह सहयोग उनके लिए वरदान साबित हुआ और आज वे अन्य महिलाओं के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बन गई हैं.
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