Last Updated:
Success Story: सतना के युवक ने कमाल कर दिया. अपना पेमेंट ऐप बना दिया, जो अब छोटे व्यापारियों और आम लोगों के बीच खास प्रचलित है. जानें खूबियां..
हाइलाइट्स
- प्रिंस मिश्रा ने PaySeven नामक पेमेंट ऐप बनाया
- PaySeven ऐप 7 महीने में 3000+ यूजर्स और 1 करोड़ की कमाई
- ऐप में कोई अतिरिक्त फीस नहीं, कैशबैक और सुरक्षा की गारंटी
Satna News: सतना के नागौद निवासी प्रिंस मिश्रा ने कमाल ही कर दिया. वह ऑनलाइन पेमेंट ऐप्स की अतिरिक्त चार्जिंग से तंग आ गए थे. ऐसे में उन्होंने एक नया और सस्ता विकल्प दुनिया के सामने रखा. उन्होंने PaySeven नामक एक यूनिक पेमेंट प्लेटफॉर्म स्टार्टअप की शुरुआत की. यह ऐप सिर्फ 7 महीने में 3000+ एक्टिव यूज़र्स के साथ 1 करोड़ से ज़्यादा का रेवेन्यू कमा चुका है.
प्रिंस मिश्रा ने बताया, उन्होंने लगभग 20-25 साल टेलीकॉम और फाइनेंशियल सेक्टर में काम किया. करियर की शुरुआत एक फील्ड ऑफिसर के रूप में हुई थी. इसके बाद वो वोडाफोन और इंडिया वन एटीएम में जोनल हेड जैसे अहम पदों पर रहे. इस दौरान उन्होंने महसूस किया कि छोटे व्यापारियों और आम ग्राहकों के लिए कोई भी ऐसा प्लेटफॉर्म नहीं है, जो उन्हें बिना किसी अतिरिक्त चार्ज के जरूरी सेवाएं दे सके. PaySeven की यही सोच रही कि छोटे व्यापारियों और आम यूज़र्स को फास्टैग, मोबाइल रिचार्ज, बिजली बिल, एलआईसी प्रीमियम से जैसी जरूरी सेवाएं बिना किसी प्लेटफॉर्म फीस के मिलें वो भी कैशबैक के साथ.
इनक्यूबेशन सेंटर से मिला साथ
स्टार्टअप को सतना इनक्यूबेशन सेंटर में रजिस्टर किया गया है. यहां से उन्हें तकनीकी और व्यवसायिक गाइडेंस मिला. इसके अलावा ऐप में “सिटी सर्विस” नामक एक खास फीचर भी है. इसकी मदद से सिर्फ ₹199 में किसी भी सर्विस प्रोफेशनल को घर बुलाया जा सकता है. वहीं अन्य शहरों में यही सेवा ₹2000 से ₹2500 तक में मिलती है. PaySeven की सुरक्षा भी इसकी सबसे बड़ी यूएसपी है. इसमें यूपीआई फ्रॉड की संभावना नहीं है. क्योंकि, लेनदेन वॉलेट टू वॉलेट होता है और हर बार ट्रांजैक्शन पर यूज़र को कैशबैक मिलता है.
जल्द ही इस ऐप में 30 लाख से अधिक होटल्स की बुकिंग सुविधा, भारत की सभी उड़ानों की टिकट बुकिंग सुविधा शुरू होने जा रही है. ये सभी फीचर्स अगले 15 दिन में लाइव होंगे. प्रिंस का मानना है कि छोटे शहरों से भी बड़ी सोच शुरू हो सकती है. PaySeven इसका बेहतरीन उदाहरण है. उनका स्टार्टअप आज सिर्फ एक ऐप नहीं, बल्कि छोटे व्यापारियों के लिए डिजिटल सशक्तिकरण की दिशा में एक मजबूत कदम भी है.
यह भी पढ़ें: Interest Rate Cut : सस्ता हो गया होम और कार लोन, इन तीन बैंकों ने दिया बड़ा तोहफा
.