इस महिला का कमाल, लाखों के पैकेज की नौकरी छोड़ शुरू किया खुद का स्टार्टअप, आज सफलता चूम रही कदम

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बिहार में अब मनुष्य ही नहीं महिलाएं भी बिजनेस की दुनिया में अपनी काबिलियत का लोहा मनवा रही है. नालंदा के हरनौत की रहने वाली महिला उद्यमी ई.स्मिता सिंह ने 2020 में खुद का स्टार्टअप शुरू किया था. आज वह कई लोगों क…और पढ़ें

]नालंदा: बिहार की प्रगति तरक्की और काबिलियत से जुड़ी एक ऐसे इंजीनियर की कहानी लोकल 18 पर आज हम आपको बता रहे हैं. जिन्होंने आपदा में अवसर के कथन को सच कर दिखाया. नालंदा के हरनौत की रहने वाली महिला उद्यमी ई.स्मिता सिंह ने 2020 में खुद का स्टार्टअप शुरू किया था. लेकिन फिर कोरोना की वजह से थोड़ी रफ्तार धीमी रहीं. कहते हैं ना आवदा में अवसर. जिसका फायदा भी इन्हें मिला. धीरे-धीरे इनका व्यवसाय इनके प्रगति में योगदान देने लगा था.

अब इससे स्मिता सिंह न सिर्फ करोड़ों का बिजनेस कर रही हैं. बल्कि बिहार की महिलाओं को रोजगार देकर आत्मनिर्भर भी बनाने का काम कर रहीं हैं. उन्होंने लोकल 18 से बताया राजस्थान के बिट्स पिलानी से इंजीनियरिंग कर लाखों के पैकेज पर नौकरी कर रही थी, इसे छोड़कर खुद के स्टार्टअप बिजनेस से बिहार की लीची सहित, बेबी कॉर्न, पाइन एप्पल, टमाटर आदि की प्रोसेसिंग कर पूरे देश को स्वाद चखाते हैं.

किसानों के प्रोडक्ट को करती हैं प्रोसेसिंग
स्मिता सिंह ने बताया बेबी कॉर्न, पाइन एप्पल, टमाटर, सफेद, मक्का सहित नालंदा और आसपास के जिले के किसानों के ऐसे फसलों के उत्पाद जो तीन से चार दिनों में खराब हो सकते हैं. इसे प्रोसेसिंग करके इस प्रकार से तैयार किया जाता है कि 2 साल तक भी खराब ना हो. जिससे किसानों के उत्पाद को अच्छी कीमत भी मिल जाती है. इन दिनों उन्होंने बताया लीची की प्रोसेसिंग कर रहे हैं, हमारे यहां प्रोसेसिंग के दौरान लीची को बीज से अलग कर लिया जाता है. छिलका को भी अलग करके सिर्फ गुर्दे को प्रोसेसिंग किया जाता है. इसके बाद हुए प्रोसेसिंग से तैयार हुए लीची हैदराबाद, दिल्ली हरियाणा, चंडीगढ़ सहित देश के अन्य राज्यों को भी भेजा जाता है.

400 महिलाओं को दे सकती हैं काम
उन्होंने बताया कि फिलहाल 70 टन का ऑर्डर हैदराबाद, दिल्ली आदि से आया हुआ है. यहां सबसे बड़ी परेशानी मजदूरों का नहीं मिलना है. फिलहाल 75 से 100 मजदूरों के द्वारा काम कर प्रोडक्ट तैयार किया जा रहा है. यहां के बेरोजगार मजदूरों में जागरूकता की कमी है. जिस वजह से वो इन सेक्टर में काम करना ही नहीं चाहते हैं. उन्होंने बताया साल भर प्रोसेसिंग का कार्य करते हुए हम 400 लोगों को रोजगार उपलब्ध करा सकते हैं. आज स्मिता सिंह सफल महिला उद्यमी के रूप में स्थापित हो चुकी हैं. वह फूड प्रोसेसिंग यूनिट से करोड़ों का सालाना टर्नओवर करने के साथ क्षेत्र की 75 महिलाओं को रोजगार भी दे रही हैं. इसके साथ ही स्मिता किसानों को बेबी कॉर्न की नगद फसल को उगाने प्रेरित करने व उन्हें खरीद कर किसानों आर्थिक रूप से सशक्त करने का कार्य भी कर रही हैं.

Mohd Majid

with more than 4 years of experience in journalism. It has been 1 year to associated with Network 18 Since 2023. Currently Working as a Senior content Editor at Network 18. Here, I am covering hyperlocal news f…और पढ़ें

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