जयपुर. हिंदू धर्म में बरगद के पेड़ का बड़ा महत्व है. तमाम धार्मिक कथाएं बरगद के पेड़ से जुड़ी हुई हैं. वट अमावस पर बरगद के पेड़ का व्रत और पूजन किया जाता है. हिंदू मान्यताओं के अनुसार इस पेड़ को पवित्र मानकर इसमें अनेक देवी देवताओं का वास माना जाता है. कहते हैं बरगद के पेड़ की पूजा से घर से दरिद्रता दूर हो जाती है. बरगद को अक्षयवट भी कहा जाता है.
हिंदू मान्यता में बरगद के पेड़ को सबसे पवित्र माना जाता है. वट सावित्री के दिन महिलाएं व्रत रखकर बरगद के पेड़ की पूजा करती है. इस बारे में जयपुर के पंडित घनश्याम शर्मा बताते हैं बरगद के पेड़ की पूजा करने से कर्ज से मुक्ति मिलती है. इस पेड़ में ब्रह्मा, विष्णु और महेश का निवास माना जाता है. कहते हैं बरगद की जड़ को धारण करने से मन शांत और विचारों में शुद्धता होती है.
बरगद के फल में पोषक तत्व
आयुर्वेदिक डॉक्टर किशन लाल इसे सेहत से जोड़ते हैं. वो कहते हैं बरगद के फल में प्रचुर मात्रा में कैलोरी, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, प्रोटीन विटामिन बी मौजूद होते हैं. इसकी पत्तियों में फाइबर ,कैल्शियम फास्फोरस ,प्रोटीन होता है.
बरगद के औषधीय गुण
(1). हार्ट अटैक में फायदेमंद: बरगद के पेड़ में मौजूद तत्व के कारण उच्च सोडियम स्तर धमनी को संकुचित करता है और शरीर में रक्त के वितरण को धीमा कर देता है. इससे हार्ट अटैक का खतरा कम हो जाता है.
(2). इम्यूनिटी बूस्टर: बरगद के पेड़ में मौजूद पोषक तत्व शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक होते हैं. बरगद के पेड़ की छाल प्रतिरक्षा एजेंट का काम करती है.
(3). चर्म रोग दूर करे: बरगद के पेड़ में मौजूद पोषक तत्व चर्म रोग दाद, खाज, खुजली के इलाज में बेहद फायदेमंद होते हैं. इसके पत्तों के रस का लगातार सेवन करने से चर्म रोग दूर होते हैं.
(Disclaimer: चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, वास्तु, फेंगशुई आदि विषयों पर आलेख अथवा वीडियो समाचार सिर्फ पाठकों/दर्शकों की जानकारी के लिए है. इनसे संबंधित किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूरी है. हमारा उद्देश्य पाठकों/दर्शकों तक महज सूचना पहुंचाना है. इसके अलावा, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की होगी. Local 18 इन तथ्यों की पुष्टि नहीं करता है.)
Tags: Jaipur latest news today, Local18
FIRST PUBLISHED : July 10, 2024, 18:54 IST