नई दिल्ली. ओपनएआई अपने AI चैटबॉट चैटजीपीटी के लिए ‘मेमोरी’ की टेस्टिंग कर रहा है, जो बॉट को समय के साथ आपके और आपकी बातचीत के बारे में जानकारी याद रखने की अनुमति देगा. आप चैटजीपीटी को कुछ भी याद रखने के लिए कह सकते हैं, उससे पूछ सकते हैं कि उसे क्या याद है, और उसे बातचीत के जरिए या सेटिंग्स के जरिए भूलने के लिए कह सकते हैं.
ओपनएआई ने एक बयान में कहा, ‘आप इसे पूरी तरह बंद भी कर सकते हैं. हम इस हफ्ते चैटजीपीटी फ्री और प्लस यूजर्स के एक छोटे से हिस्से के लिए शुरू कर रहे हैं ताकि वे जान सकें कि यह कितना काम का है. हम जल्द ही व्यापक कार्यान्वयन के लिए योजनाएं साझा करेंगे.’
‘जितना ज्यादा आप इसका इस्तेमाल करेंगे चैटजीपीटी की मेमोरी बेहतर होती जाएगी और आप समय के साथ इसमें सुधार देखना शुरू कर देंगे.’ यूजर किसी भी समय मेमोरी को बंद कर सकते हैं.
कंपनी ने कहा, ‘अगर आप चाहते हैं कि चैटजीपीटी कुछ भूल जाए, तो बस बताएं. आप मेमोरीज को देख और हटा भी सकते हैं या सेटिंग्स में सभी मेमोरी को क्लीयर भी कर सकते हैं.’
अगर आप मेमोरी का इस्तेमाल किए बिना बातचीत करना चाहते हैं, तो टेम्पररी चैट का उपयोग करें. कंपनी ने कहा, ‘टेम्पररी चैट हिस्ट्री में दिखाई नहीं देंगी, मेमोरी का उपयोग नहीं करेंगी और हमारे मॉडल्स को ट्रेन करने के लिए इसका इस्तेमाल नहीं किया जाएगा.’
जीपीटी की अपनी अलग मेमोरी होगी. बिल्डर्स के पास अपने जीपीटी के लिए मेमोरी एक्टिवेट करने का ऑप्शन होगा. ओपनएआई ने कहा, ‘आपकी चैट की तरह, मेमोरी बिल्डर्स के साथ शेयर नहीं की जाती हैं. मेमोरी-इनेबल जीपीटी के साथ बातचीत करने के लिए, आपको मेमोरी ऑन रखना पड़ेगा.’
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Tags: Artificial Intelligence
FIRST PUBLISHED : February 14, 2024, 14:34 IST