रुचि ने दिल्ली की आईआईटी से बीटेक किया था. उन्होंने 2015 में पहला स्टार्टअप ऑबिजनेस बनाया. आज उनके पास 2 यूनिकॉर्न स्टार्टअप चल रहे हैं.
नई दिल्ली. कहते हैं ‘मन के हारे हार और मन के जीते जीत.’ यह बात भारत की सबसे सफल उद्यमियों में शुमार रुचि कालरा पर बिलकुल सटीक बैठती है. रुचि और उनके पति आशीष महापात्र आज देश के अकेले ऐसे उद्यमी हैं, जो 2 यूनिकॉर्न स्टार्टअप चला रहे हैं. उनकी दोनों कंपनियों की कुल मार्केट वैल्यू आज करीब 52 हजार करोड़ रुपये है. एक समय ऐसा भी था जब रुचि के बिजनेस आइडिया को 73 लोगों ने ठुकरा दिया था, लेकिन वे हार नहीं मानीं और न ही उन्होंने अपना आइडिया चेंज किया.
दिल्ली आईआईटी से बीटेक की डिग्री लेने के बाद रुचि ने इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस से एमबीए किया और 8 साल तक मैकेंजी जैसी मल्टीनेशनल कंपनी में काम किया. इसके बाद रुचि ने अपना स्टार्टअप शुरू करने का मन बनाया तो पति आशीष का पूरा साथ मिला. अब रुचि को निवेशक की जरूरत थी. उन्होंने अपने आइडिया को पेपर पर उतारा और एक प्लान तैयार किया. फिर वह अपना बिजनेस आइडिया लेकर एक निवेश से दूसरे निवेशक तक भटकती रहीं. हर कोई उनके आइडिया को बेकार बताकर खारिज कर दे रहा था. लेकिन, रुचि को खुद पर भरोसा था और बस एक निवेशक की तलाश थी.
73 लोगों के बाद मिला निवेशक
रुचि ने इस तरह से 73 लोगों को अपना आइडिया सुनाया, लेकिन सभी ने खारिज कर दिया. आखिर उन्हें एक निवेशक मिल गया और साल 2015 में उन्होंने बीटूबी प्लेटफॉर्म ऑफबिजनेस (OfBusiness) नाम से एक स्टार्टअप शुरू किया. यह प्लेटफॉर्म इंडस्ट्रीज को कच्चे माल की सप्लाई करता है. आपको जानकर हैरानी होगी कि महज 9 साल के भीतर इस कंपनी का वैल्यूएशन 44 हजार करोड़ रुपये पहुंच चुका है.
फिर बनाई एक और कंपनी
एक स्टार्टअप सफल होने के बाद रुचि ने साल 2017 में ऑक्सिजो फाइनेंशियल सर्विसेज (Oxyzo Financial Services) नाम से एक और स्टार्टअप शुरू किया. यह प्लेटफॉर्म उनके प्लेटफॉर्म से कच्चा माल खरीदने वाले क्लाइंट को फाइनेंशियल सर्विसेज उपलब्ध कराता है. इस स्टार्टअप ने हाल में ही 20 करोड़ डॉलर की फंडिंग जुटाई है, जबकि कंपनी का वैल्यूएशन 8,300 करोड़ रुपये आंका गया है. इस तरह उनके दोनों ही स्टार्टअप आज यूनिकॉर्न बन गए हैं.
आज 2,600 करोड़ की नेटवर्थ
रुचि कालरा की दोनों कंपनियों की आज कुल मार्केट वैल्यू करीब 52 हजार करोड़ रुपये है. इतना ही नहीं खुद रुचि की नेटवर्थ भी साल 2022 में ही 2,600 करोड़ रुपये पहुंच चुकी थी. उनकी कंपनी का रेवेन्यू साल 2021 में 197 करोड़ था, जो महज एक साल में यानी 2022 में बढ़कर 313 करोड़ रुपये पहुंच गया. रुचि की सफलता बताती है कि विजन क्लीयर हो और खुद पर भरोसा तो कोई भी लक्ष्य दूर नहीं है.
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FIRST PUBLISHED : July 10, 2024, 16:41 IST