भारत (India) ने रांची में खेले गए चौथे टेस्ट मैच के साथ ही बैजवाल की अकड़ दिखानेवाले इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरिज (Test Series) जीत ली। खेल के चौथे दिन ही कप्तान रोहित शर्मा की टीम ने इंग्लैंड को 5 विकेट से मात दी। इस तरह टेस्ट सीरीज में भारत 3-1 से आगे हो गया। अंतिम टेस्ट मैच 7 मार्च से धर्मशाला में खेला जाएगा। रांची टेस्ट मैच में युवाओं को अपनी क्षमता दिखाने का मौका मिला। यशस्वी जैस्वाल ओर जुरेल ने अपनी बल्लेबाजी की चमक दिखाई।
आकाशदीप की दोनों तरफ से स्पिंग करने वाला तेज गेंदबाजी प्रशवी रही। केएल राहुल और रवीन्द्र जडेजा के चोटिल होने तथा पूरी सीरीज में विराट कोहली के उपलब्ध न होने से क्रिकेट प्रेमियों में बेचैनी थी लेकिन भारत को जसप्रीत बुमराह की करिश्माई गेंदबाजी पर भरोसा था। ध्रुव जुरेल ने दोनों पारियों में गेंद की लेंग्थ को बखूबी भांपा। उसका फुटवर्क बेहतरीन था। कुलदीप यादव के साथ उसकी साझेदारी महत्वपूर्ण थी। रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा और रोहित शर्मा ने अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाई। शुभमन गिल से कह दिया गया था कि वह अपना फार्म सुधारे। उसने सेंचुरी मारकर दिखाई।
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इस मैच में श्रेयस अय्यर, अक्षर पटेल, केएस भरत विफल रहे। खास बात यह रही कि इस सीरीज में नए खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिभा दिखाई और इंग्लैंड के गेंदबाजों का डटकर मुकाबला किया। राजकोट में खेले गए तीसरे टेस्ट में सरफराज खान ने अपने पहले टी टेस्ट में प्रभावित किया। ध्रुव जुरेल की विकेट कीपिंग अच्छी रही।
कुलदीप ने दिखा दिया कि वह अक्षर पटेल से कहीं बेहतर हैं। रांची टेस्ट मैच में भारत को 190 रन की लीड़ मिली थी जिससे उसके हौसले बुलंद हो गए थे। नए और अनुभवी पुराने खिलाड़ियों का समुचित तालमेल इस टेस्ट सीरीज जीतने की वजह बना। पाकिस्तान को उसके घरेलू मैदानों पर आक्रामक बैजवाल शैली के खेल से हराने वाली इंग्लैंड की टीम को भारत में मुंह की खानी पड़ी।