आसमान से गिरेंगे तो खजूर पर तो लटकेंगे। ऊंचा लक्ष्य रखने में हर्ज ही क्या है? महंगाई, बेरोजगारी की चुनौतियों और दक्षिण भारत के विपरीत मत प्रवाह के बावजूद बीजेपी ने 400 से अधिक लोकसभा सीटें (BJP dream of 400 seats) जीतने का सपना देखा है? तर्क किया जा सकता हैं कि इतनी सीटें आएंगी कहा से? क्या 2019 की तुलना में इस बार आसानी से 100 सीटों का इजाफा हो जाएगा?
जनसंघ से लेकर बीजेपी का जो सफर हैं उसमें मोदी परिवर्तनकारी नेता साबित हुए हैं। रणनीति की कुशलता में बीजेपी खुद को विपक्ष से बेहतर मानती है। विभिन्न राज्यों में उसने जिस तरह कांग्रेस से सत्ता छीनी है उससे कार्यकर्ताओं के हौसले बढ़े हैं।
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बीजेपी यह जताना चाहती है कि यदि देश को गुलामी और परिवारवादी राजनीति के विभिन्न प्रतीकों से मुक्त करना है तो संविधान में व्यापक बदलाव लाने या संशोधन करने के लिए उसे संसद में 2 तिहाई सीटे चाहिए। एक देश एक चुनाव के प्रति भी बीजेपी गंभीर है। एक राष्ट्र एक शिक्षा उसका लक्ष्य है।