विनय अग्निहोत्री/भोपाल: देश में तकनीकी ज्ञान के अभाव में कई किसान आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए खरगोन के राघव शरद देवस्थल ने छोटे किसानों को उद्यमी बनाने की दिशा में कार्य करना शुरू किया है. राघव अमेरिका में कमर्शियल पायलट थे, लेकिन देश के किसानों की समस्या ने उनका ध्यान आकर्षित किया. छोटे किसानों को साथ लेकर बड़ा स्टार्टअप चला रहे हैं.
राघव ने बताया कि साल 2009 में स्कूल कंप्लीट करने के बाद उन्होंने बीए इन पॉलिटिकल साइंस किया. उसके बाद उनके दोस्त ने उन्हें सजेशन दिया कि अमेरिका आ जाओ और वहां से कमर्शियल पायलट की ट्रेनिंग करो. बताया, मैंने अमेरिका में साल 2012 में ओरेन कॉलेज ऑफ पायलट स्कूल से कमर्शियल पायलट की ट्रेनिंग ली. मैं वहां पर भी बच्चों को कमर्शियल पायलट की ट्रेनिंग देता था.
2 लाख रुपये में खोली कंपनी
अमेरिका में करीब 2 साल रहने के बाद मेरा मन नहीं लग रहा था, क्योंकि मैं 10 साल ग्रामीण जीवन में ही पला-बढ़ा हूं. मेरी शिक्षा दीक्षा वही हुई है. मुझे महसूस हुआ कि आजकल की युवा पीढ़ी खेती-किसानी से दूर भाग रही है. क्यों ना ऐसा काम किया जाए, जिससे वे खेती किसानी से जुड़े रहें और पैसा भी कमाएं. फिर साल 2018 में मैंने एसएम विलेज इंटरप्राइजेज नाम की कंपनी 2 लाख रुपये की लागत से शुरू की. हर्बल और गौ आधारित अगरबत्ती, धूपबत्ती मसाले में हल्दी, धनिया पाउडर, चाट मसाला, बनाना शुरू किया. इसके लिए एक एकड़ में लेमन ग्रास की खेती की.
ऑस्ट्रेलिया, पुर्तगाल से भी ऑर्डर
आगे बताया कि आज हमारा सालाना टर्नओवर 15 लाख के ऊपर है. हमें ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरह के ऑर्डर पूरे देश से मिल रहे हैं. इसके अलावा हमें ऑस्ट्रेलिया, पुर्तगाल, अमेरिका से भी ऑर्डर आते हैं.
छोटे किसानों को बदला जीवन
राघव ने बताया कि अब किसानों को कृषि पद्धति के प्रयोग के साथ अच्छी आय कैसे की जाए, सिखा रहे हैं. इतना ही नहीं, वह रसायनों से स्वास्थ्य पर होने वाले नकारात्मक प्रभावों के बारे में भी जानकारी देकर उन्हें ऑर्गेनिक खेती करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं. किसानों को गेहूं, चना जैसी फसलों की बजाय अदरक, पुदीना, मेथी सहित कई चीजों की जैविक खेती के बारे में बता रहे हैं. इससे छोटे किसान भी अब मुनाफा कमा रहे हैं.
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FIRST PUBLISHED : February 24, 2024, 11:14 IST